Shankar Nagar, Raipur, Chhattisgarh, 492007

  • यूरिक एसिड, हमारे शरीर का एक अपशिष्ट (शरीर से बाहर निकालने वाला) पदार्थ है। यह पदार्थ ज़्यादातर किडनी के रास्ते शरीर से बाहर चला जाता है।
  • समान्यतः इसकी मात्रा खून में 2.4 – 6.0 mg/dl (महिला) तथा 3.4 – 7.0 mg/dl (पुरुष) इतनी होती है। इसकी मात्रा urine में 250 – 750 mg/day होती है।
  • इस पदार्थ की मात्रा खून में बढ़ जाने के दो प्रमुख कारण हैं –
  • A- इसका उत्पादन शरीर में ज्यादा होने लगे।
    B- किडनी इसे पूरी तरह बाहर निकाल पाने में समर्थ न हो।

  • अगर लम्बे समय तक इसकी मात्रा खून तथा urine में बढ़ी रहे तो कुछ लोगों (10 में किसी 1 को) को किडनी में पथरी, जोड़ों में सूजन तथा दर्द, डाइबटीस, दिल की बीमारियाँ, आदि हो सकते हैं।
  • यूरिक एसिड कम करने वाली दवाइयों का सेवन तभी करें अगर –
  • A- आपको कैंसर या ट्यूमर का इलाज़ चल रहा है।
    B- आपका यूरिक एसिड खून में 10 mg/dl (महिला) और 12 mg/dl (पुरुष), से ज्यादा है।
    C- आपकी किडनी ठीक तरह से काम नहीं करती है।
    D– आपके urine में 24 घंटे में यूरिक एसिड 1100 mg से ज्यादा है।
    E- आपका कोई जोड़, खासकर पैर का अंगूठा, लाल है, सूजा हुआ है, दर्द है, गरम है।
    F- आपको रक्तचाप (blood pressure), डाइबटीस, मोटापा, कॉलेस्ट्रोल, थाइरोइड, आदि का इलाज़ चल रहा है।

  • क्या न खायें – मादक पेय, समुद्री जीव, मांस, मछ्ली, फलों का रस, कोल्ड ड्रिंक्स, मैदा, केक, खमीर(yeast), आदि।
  • क्या खायें – मटर, दाल, पालक, गोभी, मशरूम आदि (कम मात्रा में)। ताज़े फल, ताज़ी सब्जियाँ, नट्स, दलिया, अंडा, दूध-दही मलाई रहित, चाय, कॉफी, विटामिन सी, पानी, आदि (प्रचूर मात्रा में)।